मौके पर पहुंची जिलाधिकारी व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दिया पोस्टमार्टम का निर्देश
बस्ती हरैया
बीते 8 दिसम्बर बुधवार की रात अज्ञात कारणों से एक दर्जन से अधिक गाय व गौवंश विकास खंड विक्रमजोत स्थिति ग्रामपंचायत लखना पाठक के तालाब में डूबे कर मर गई जिसकी जानकारी गुरुवार को ग्रामीणों को तब हुई जब तीन गायों की लाश तालाब में तैरती दिखी ग्रामीणों ने फोन व शोषल मीडिया के माध्यम से अधिकारियों को अवगत कराया किन्तु संवेदन शून्य प्रशासन व जनप्रतिनिधि सोते रहे देर रात घटना की जानकारी होने पर आज प्रातः काल ही समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी घटना स्थल पहुंचे व अधिकारियों के ढुलमुल रवैए को लेकर सड़क पर ही सैकड़ों समर्थकों संग धरने पर बैठ कर प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगे घटना की जानकारी होते ही पहले एस एस आई श्याम मोहन त्रिपाठी व बाद में थान्हाध्यक्ष छावनी मय फोर्स घटना स्थल पहुंच प्रदर्शन को समाप्त कराने का प्रयास किया किंतु समाजसेवी ने कहा कि जब-तक तालाब की सफाई कर मृत गौवंश का पोस्टमार्टम कराते हुए अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं होगा हम हटने वाले नहीं हैं उन्होंने कहा कि जिस तरह दर्जनों गौवंश की लाशें तालाब में चारों तरफ व्याप्त हैं उससे स्पष्ट है कि या तो इन्हें घेर कर तालाब में डुबोया गया अथवा पानी में विषाक्त रसायन डाला गया है ऐसे में निकट भविष्य में ऐसी घटनाओं के पुनरावृत्ति को रोकने हेतु प्रभावी कार्यवाही तय हो समाजसेवी के जिद के आगे आज एक बार पुनः प्रशासन को झुकना पड़ा वीडियो विक्रमजोत पशु-चिकित्सक विक्रमजोत के साथ साथ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हर्रैया अमृतपाल कौर व एस.पी.बस्ती तथा जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल घटना स्थल पहुंची व मृत गायों के पोस्टमार्टम का निर्देश देते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा पंजीकृत करने के साथ साथ तालाब की साफ सफाई कर तारबंदी का निर्देश देने के साथ साथ टीम लगाकर छुट्टा जानवरों को गौसंरक्षण केन्द्र पहुंचाने व निकट भविष्य में गौशाला निर्माण का आश्वासन देते हुए प्रदर्शन समाप्त कराया देर शाम तक कुल 11गौवंश को निकाल कर पोस्टमार्टम करते हुए दफनाया गया शेष की तलाश व तालाब की सफाई जारी है।इस मौके पर समाजसेवी के साथ साथ हनुमान बर्मा, प्रमोद तिवारी,दिलीप तिवारी, अभिषेक शर्मा, रणजीत यादव, संतोष सिंह, हिमांशू सिंह शम्भू पाठक, सुनील पाठक,संतोष पाठक सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे। क्षेत्र में लोग समाज सेवी चन्द्रमणि पाण्डेय के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं