तलत अजीज, कविता सेठ व पारुल मिश्रा को नौशाद सम्मान
कथक संग होगा पारुल, मनाली व देबाद्रिता का संगीत कार्यक्रम
लखनऊ, 3 फरवरी। इन्वेस्टर समिट के बीच राजधानीवासियों के लिए छावनी के सूर्या प्रेक्षागृह में 11 फरवरी को ‘अवध फेस्टिवल’ की संगीत भरी यादगार सांझ सजेगी। हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन की ओर से आयोजित इस शाम तलत अजीज, कविता मिश्रा और पारुल मिश्रा को नौशाद संगीत सम्मान से नवाजा जायेगा। साथ ही पारुल मिश्रा, मनाली चतुर्वेदी, देबाद्रिता मुखर्जी जैसे ख्याति प्राप्त कलाकारों के संग कथक के कार्यक्रम होंगे। मुख्य अतिथि के तौर पर मध्य कमान के लेफ्टिनेण्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी कलाकारों को सम्मानित करेंगे और कलाकार अपनी शानदार प्रस्तुति देंगे।
संयोजक जफर नबी ने बताया कि इस वर्ष के नौशाद सम्मान को लेकर पहली बैठक उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की अध्यक्षता में गत अगस्त में हुई थी। उन्होंने बताया कि हुनर क्रिएशन्स क्राफ्ट एसोसिएशन के साथ अमजद अली खां, शिवकुमार शर्मा, हेमा मालिनी, रेखा भारद्वाज, सोनू निगम जैसे विश्वविख्यात कलाकारों को आमंत्रित कर उनके कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें सम्मानित कर चुका है। इस क्रम में इस बार तलत अजीज आरै पार्श्व गायिका कविता सेठ व पारुल मिश्रा को नौशाद संगीत अवार्ड से नवाजा जायेगा। पारुल मिश्रा के संग संगीत कार्यक्रम पेश करने के लिए मनाली चतुर्वेदी, देबाद्रिता मुखर्जी जैसे समृद्ध प्रतिभा सम्पन्न कलाकारों का चयन किया गया है। यहां कथक गुरु अर्जुन मिश्र की पुत्री कांतिका मिश्रा और कथक केन्द्र लखनऊ की नृत्य संरचनाओं का आनंद भी कलाप्रेमी ले सकेंगे। प्रसिद्ध गजल और नज्मों को अपने अंदाज में संगीत के ढालकर कहने वाले तलत अजीज़ के लखनवी संगीतप्रेमी मुरीद हैं। अवार्ड के लिए चुनी गयी फिल्म वेकअप सिड के गीत गूंजा सा कोई इकतारा…फेम बरेली में जन्मी पार्श्वगायिका कविता सेठ गजल और सूफी गायकी के लिए भी जानी जाती हैं। इंडियन आइडल, एमटीवी रॉक और कई अन्य रियलिटी शो का भी हिस्सा रही प्रदेश से नाता रखने वाली पार्श्व गायिका पारुल मिश्रा ने महान एआर रहमान के लिए भी गाया है। पारुल मिश्रा ने नौशाद के शास्त्रीय संगीत में बंधे गीतों पर एमफिल करते समय शोध किया था। इंडियन आइडल, एमटीवी रॉक और कई अन्य रियलिटी शो का भी हिस्सा रही लोकप्रिय पार्श्वगायिका पारुल सारेगामापा फाइनलिस्ट रही हैं और एक शानदार लाइव परफॉर्मर भी हैं। वह बॉलीवुड, सूफी, फ्यूजन और रेट्रो संगीत जैसी शैलियों पर भी ध्यान केंद्रित करती है। मनाली चतुर्वेदी और देबाद्रिता मुखर्जी ताजगी भरी आवाज वाली स्थापित युवा पार्श्वगायिका हैं।
अवध की संस्कृति और गौरव को रेखांकित करने वाले अवध फेस्टिवल के सम्बंध में श्री नबी ने बताया कि कोरोना काल से पहले पिछला आयोजन महात्मा गांधी की डेढ़ सौवीं जयंती को समर्पित था, अब 11 फरवरी को अवध फेस्टिवल यहां छावनी के सूर्या प्रेक्षागृह में होगा। फेस्टिवल में अतिथियों के तौर पर अनेक कलाकारों के साथ कई सुप्रसिद्ध हस्तियों को आमंत्रित किया जा रहा है। एसोसिएशन इससे ठीक पहले विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा करने के मकसद से पर्यावरण और पर्यटन पर स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का सफल आयोजन कर चुका है।