लखनऊ 25 अगस्त।
संगीत कला संस्थान द्वारा आयोजित दस दिवसीय कार्यशाला का समापन सेक्टर 8 इंदिरा नगर लखनऊ में सफलता पूर्ण संपन्न हुआ।
डाॅ पूनम श्रीवास्तव द्वारा संचालित पारम्परिक दस दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ विद्या विंदु सिंह अवधी भाषा कला मर्मज्ञ, विशिष्ट अतिथि डॉ देवेन्द्र त्रिपाठी क्षेत्रिय सचिव,ललित कला अकादमी , ज्योति किरन रतन लोक कला मर्मज्ञ , ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्रथम प्रस्तुति में झूला गीत , दूसरी पारम्परिक लोक गीत में गाओ बधाईयां बजाओ शहनाईया , तत्पश्चात भाई बहन के त्योहार रक्षाबंधन गीत रक्षाबंधन आया लेकर राखी का त्योहार के साथ एक के बाद लगातार पारम्परिक लोक गीतो से ईश्वर धाम परिसर गूंजायमान हुआ।
विशेष आभार व्यक्त करते हुए वैभव श्रीवास्तव ने बताया की शारदा पाण्डे जी के सहयोग से मंदिर परिसर में कार्यशाला संपन्न हुई डाॅ पूनम श्रीवास्तव ने बताया की भातखंडे संगीत विद्या पीठ से संबद्ध , संगीत कला संस्थान लगातार दस वर्षों से पारम्परिक लोक गीत और कलाओं के संवर्धन के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। आगे भी यह संकल्प जारी रहेगा। इस दस दिवसीय कार्यशाला में विभिन्न आयु वर्ग की महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
पद्मश्री डॉ विद्या विंदु सिंह ने कहा की विलुप्त होती अवधी लोकगीत- संगीत ऐसी कार्यशालाओं के माध्यम से सुरक्षित है । प्रति सप्ताह ऐसा आयोजन हो रहा है जो अवधी भाषा पर आधारित है। ऐसी अवधी भाषा और संस्कृति को जो मृतप्राय हो रही थी उसे कार्यशालाओं ने जीवनदान दिया है।