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राष्ट्रीय पुस्तक मेला :दलित साहित्य के प्रति भी दिखा जबर्दस्त रुझान

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काव्य समारोह और साहित्यिक चर्चा के बीच सम्मानित हुइंर् हस्तियां
लखनऊ, 1 अक्टूबर। बलरामपुर गार्डन अशोक मार्ग में चल रहे उन्नीसवां राष्ट्रीय पुस्तक मेला समापन की ओर बढ़ चला है। कल गांधी जयंती का दिवस मेले का अंतिम दिन होगा।
नवें दिन आज शविवार को मेले में सर्वाधिक भीड़ रही। युवाओं के सुबह से ही मेले में आने और स्टाल खंगालने का दौर चलता रहा। बच्चों की तादाद भी आज खूब रही। हिन्दी अंग्रेजी उर्दू साहित्य, अध्यात्म की पुस्तकों के साथ मेले में दलित साहित्य का आकर्षण भी खूब दिखायी दिया। इसके अलावा यहां इतिहास की छानबीन की पुस्तकें भी खूब बिक रही हैं। ’खोए हुए बुद्ध की खोज’ नाम की किताब पाठकों को आकर्षित कर रही है। ज्योतिबा फुले, नारायण गुरु, शाहूजी महाराज, सावित्रीबाई फुले, झलकारीबाई और पेरियार पर किताबे भी लोग मांग रही हैं।
डा.भीमराव अंबेडकर के जीवन और उनके समय के दर्शन के 12 खंड सम्यक प्रकाशन के स्टाल पर उपलब्ध हैं। इसके अलावा धम्मपद से सम्बंधित पुस्तकें भी बहुत पसंद की जा रही है। साहित्य में महापुरुषों का साहित्य खूब बिक रहा है क्योंकि लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं। दलित साहित्य में कथा साहित्य भी बिक रहा है लेकिन मांग तुलनात्मक रूप से कम है।
साहित्यिक मंच पर आज कार्यक्रमों की शुरुआत राजकमल प्रकाशन की ओर से आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम से हुई। प्रकाशन समूह के कार्यक्रमों में शिवमूर्ति, मनोज कुमार पाण्डेय, अखिलेश आदि साहित्यकारों ने विचारों को सामने रखा। दोपहर में यहां भारतीय साहित्य परिषद की संगोष्ठी में विचारों के संग ही कविताओं की गूंज उठी।
आज मेले में क्लिनिकल साइकोलॉजी विभाग एमिटी यूनिवर्सिटी द्वारा मानसिक स्वास्थ्य जांच के लिए एक निःशुल्क शिविर भी लगाया गया, जहां लोगों ने जांच कराई। इसके साथ ही देश भर में अंग दान और प्रत्यारोपण को बढ़ावा देने के लिए गठित राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा जागरूकता सत्र का आयोजन डॉ.आर हर्षवर्धन, नोडल अधिकारी, सोटो-यू.पी. एवं एचओडी, विभाग के नेतृत्व में हुआ। यह कार्यक्रम कल अंतिम दिन भी मेले में जारी रहेगा। मिथकों को दूर कर जागरूकता पैदा करने और मृत अंग दान को बढ़ावा देने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।
अंग्रेजी साप्ताहिक, लखनऊ ट्रिब्यून ज्ञान डेयरी के सहयोग से मेला समिति ने उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान 2022 का आयोजन कर अपने अपने क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने वाली विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर स्वतंत्र राज्य मंत्री असीम अरुण, विशेष सचिव राजेश कुमार पांडे, प्रशासनिक अधिकारी कपिल सिंह, वरिष्ठ पत्रकार रतनमणि लाल, ट्रिब्यून के प्रबंध संपादक केपी सिंह और मेला संयोजक मनोज सिंह चंदेल मंच पर उपस्थित रहे।

1 अक्टूबर के कार्यक्रम
सुबह 11 बजे राजकमल प्रकाशन की ओर से कार्यक्रम
दोपहर 1 बजे लक्ष्य साहित्यक संस्था की काव्यगोष्ठी
शाम 4.30 बजे मेला समापन समारोह
शाम 6.30 बजे डाण्डिया समारोह

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