श्रीराम लीला समिति ऐशबाग की रामलीला
लखनऊ, 1 अक्टूबर 2022। भारत की सबसे प्राचीनतम रामलीला समिति, श्रीराम लीला समिति ऐशबाग लखनऊ के तत्वावधान में रामलीला ग्राउण्ड में चल रही रामलीला के आज छठेें दिन सूपनखा का राम के प्रति कामातुर होना, लक्ष्मण द्वारा नासिका विच्छेदन, सूपनखा का रावण के दरबार जाना, रावण मारीच संवाद, सीता हरण, जटायु वध, सीता खोज और जटायु राम संवाद हुई।
ऐशबाग रामलीला में आज मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ नीरज बोरा विधायक उत्तरी क्षेत्र और विशिष्ट अतिथि रंजना अग्निहोत्री अधिवक्ता कृष्ण जन्मभूमि मथुरा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राम का चरित्र और जीवन अनुकरणीय है, सभी को उनके चरित्र को अपने जीवन में उतारना चाहिए। इस अवसर पर श्री राम लीला समिति के अध्यक्ष हरीशचन्द अग्रवाल और सचिव पं0 आदित्य द्विवेदी ने डाॅ नीरज बोरा विधायक उत्तरी क्षेत्र, रंजना अग्निहोत्री अधिवक्ता कृष्ण जन्मभूमि मथुरा को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
आज की राम लीला का आरम्भ सूपनखा का राम के प्रति कामातुर होना लाला से हुआ, इस प्रसंग में वन में राम को जब सूपनखा देखती है तो वह उनके प्रति कामातुर हो जाती है। इस पर वह कहती है कि वह उपसे विवाह करना चाहती है, इस बात को सुनकर राम ने मना कर दिया, राम ने सूपनखा से कहा कि वह लक्ष्मण से बात करे, इस बात पर लक्ष्मण मना कर देते हैं। विवाद बढने पर लक्ष्मण सूपनखा की नाक काट लेते हैं। इस बात से आहत होकर वह अपने भाई रावण के पास जाती है और सारी बात बताती है, इस बात से रावण को क्रोध होता है। इसके बाद रावण मारीच संवाद, सीता हरण, जटायु वध, सीता खोज और जटायु राम संवाद लीला हुई।