महिला मरीज की दाहिनीं
किडनी 12 परसेंट ही कर रही थी काम
लखनऊ : देवरिया की रहने वाली लक्ष्मी पाण्डेय (52वर्ष) को कुछ समय पहले पेट में दर्द उठा, तो वह दर्द की दवा खा लेती थीं। यह बात उन्होंने एक अपने परिचित को बतायी तो उन्हें अल्ट्रासाउंड जांच कराने की सलाह दी। यह बात मानकर मरीज ने अपना अल्ट्रासाउंड कराया, जिसमें उनकी एक किडनी डैमेज होने का पता चला। इस पर उन्होंने स्थानीय अस्पताल में यूरो सर्जन को दिखाया, जहां सभी जांच करायी गयी, जिसमे दाहिनीं किडनी 12 परसेंट ही काम कर रही थी। इस ख़राब किडनी को निकलवाने की सलाह दी गयी। दमाद के कहने पर महिला मरीज ने सहारा हॉस्पिटल में यूरो सर्जन डॉक्टर प्रवीण कुमार पांडे को दिखाया तो उन्होंने बताया कि सहारा हॉस्पिटल में एक नयी तकनीक रोबोटिक सर्जरी शुरू की गयी है, इससे कई सफल ऑपरेशन किये जा चुके हैं। यह विधि आपके ऑपरेशन के लिए बेहतर रहेगी, क्योंकि इस तकनीक में रक्तस्राव कम होगा और अस्पताल से जल्दी छुट्टी मिल जाएगी। मरीज की सहमति मिलने के बाद रोबोटिक सर्जरी के लिए 23 दिसम्बर को ऑपरेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। बेहतर उपचार मिलने पर मरीज और उसके परिजनों ने डाक्टर और हॉस्पिटल प्रशासन के प्रति आभार जताया।
सहारा इंडिया परिवार के वरिष्ठ सलाहकार अनिल विक्रम सिंहजी ने बताया कि हमारे अभिभावक सहाराश्री जी ने अपने विजन से सहारा हॉस्पिटल को उत्तम व अग्रणी स्वास्थ्य सेवाओं के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए नित नयी सेवाओं को उपलब्ध कराया है। उन्हीं के मार्गदर्शन में रोबोटिक सर्जरी जैसी अति उन्नत तकनीकी को जोड़ा गया है। श्री सिंह ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी के लिए कुशल चिकित्सकों की टीम मरीजों की निरन्तर सफल सर्जरी कर रही है।