यूपी/लखनऊ
उत्तर प्रदेश की 108.102 एम्बुलेन्स सेवा प्रदाता कम्पनी EMRI ग्रीन हेल्थ सर्विस(GVKEMRI) द्वारा कर्मचारियों के ऊपर हो रहे शोषण व उत्पीड़न, अनैतिक बर्खास्तगी, व्यापक भ्रष्टाचार के संबंध में जीवनदायिनी संघ के बैनर तले माननीय मुख्यमंत्री जी व उप मुख्यमंत्रीजी को ज्ञापन देने दिनाँक 10 सितंबर 2024 को शांति पूर्वक पैदल यात्रा करते हुए जनपद इटावा से औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव होते हुए लखनऊ दिनाँक 20 सितंबर 2024 को पहुँच कर मुख्यमंत्री / उप मुख्यमंत्री के आवास पर पहुँच कर ज्ञापन सौंपेगा।
हमारे संवाददाता ने जब ऐम्बुलेंस संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी शरद यादव से बात कि तो उन्होंने बताया कि उ0प्र0 में एम्बुलेन्स सेवा प्रदाता कम्पनी ई एम आर आई ग्रीन हेल्थ सर्विस (GVKEMRI) के द्वारा उत्तर प्रदेश में कार्य कर रहे 20000 एम्बुलेन्स कर्मियों के ऊपर मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक रूप से शोषण किया जा रहा है।
यह वही एम्बुलेन्स कर्मी है जिन्होंने कोरोना काल में ईमानदारी से सरकार की गाईडलाइन का पालन करते हुए प्रदेश के आम लोगों की जान बचाई थी। जिससे प्रभावित होकर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देवदूत कहा था। आज हालत यह है की सेवा प्रदाता द्वारा डीजल व मेंटेनेंस का पैसा कंपनी कर्मचारियों के वेतन से काट रही है। विरोध करने पर बर्खास्तगी की जाती है। प्रत्येक गाड़ी पर टारगेट के अनुसार फर्जी केस कराए जा रहे हैं ,जो कि प्रतिदिन फर्जीवाड़ा बढ़ता जा रहा है ।
भर्ती के नाम पर कर्मचारियों से 45 हजार 25 हजार की डीडी ली जाती है। जीवीके इएमआरआई के शोषण से त्रस्त होकर दिनांक 26.07.2021 को कर्मचारी धरने पर चले गये थे क्योंकि इसी कम्पनी ने 1000 लोगों को निकाल दिया था। धरने के एक दिन बाद 27.07.2021 कंपनी ने 3000 कर्मचारियों को फिर एक साथ अनैतिक रूप से बिना किसी अग्रिम नोटिस के बर्खास्त किया और आज तक कम्पनी लगभग में 9000 से ज्यादा लोगों को निकाल चुकी है। जो इस समय बेरोजगार अवस्था में दर-दर की ठोकरें खा रहे है ,और इन कर्मियों से जुड़े लगभग सभी परिवार भुखमरी, गरीबी और आर्थिक तंगी जैसी स्थिति झेल रहे हैं।
कोरोना काल में त्यौहार पर भी घर नहीं गये और भूखे प्यासे रहकर प्रदेश वासियों को सेवायें दी, जिनमें प्रदेश से लगभग कई सैकड़ों एम्बुलेन्स कर्मी संक्रमित भी हुए और 9 कर्मियों की मृत्यु भी हुई फिर भी हम लोग हिम्मत नहीं हारे, देशहित में प्रदेश वासियों को सेवायें देते रहे। एंबुलेंस पर दी जा रही सेवा की संख्या में जबरदस्ती कर्मचारियों पर सेवा प्रदाता कंपनी के जिला प्रभारियों द्वारा बढ़ोतरी करवाई जाती है। फर्जी तरीके से मेंटेनेंस में भी घोटाला व डीजल में भी घोटाला, कर्मचारी भविष्य निधि में घोटाला, जिसका नोटिस भी कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय से इनको दिया गया है ।
स्वास्थ्य मंत्री ने कंपनी के फर्जी केसों की जांच कराई जो रिपोर्ट अभी तक स्वास्थ विभाग ने नहीं दी। जिससे आहत होकर हम एंबुलेंस कर्मचारी के लिए नया यात्रा कर रहे हैं।
ज्ञापन
भर्ती के नाम पर कम्पनी EMT से 45 हजार ड्राइवर से 25 हजार की डीडी कंपनी लेती है इस पर रोक लगाया जाये। अनैतिक रूप से धरने के दौरान निकाले गये सभी कर्मचारियों को वापस वेतन सहित डियूटी पर रखा जाय धरने के दौरान कर्मचारियों पर दर्ज किये गये मुकदमें वापस लिये जाये। 25 सितंबर 2019 में संस्था व संगठन के द्वारा श्रम विभाग में किया गया समझौता लागू कराया जाए। ग्रीन हेल्थ ई एम आर आई सर्विस(GVKEMRI) के द्वारा किए जा रहे फर्जीवाड़े की जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए व उचित कार्रवाई की जाए । सबसे महत्वपूर्ण मांग यह है कि पिछले 10 साल से लगातार काम कर रहे हैं तब उम्र थी 22 वर्ष आज 32 वर्ष हो गए कई साथी हमारे 40 के पार है उनके भविष्य की जिम्मेदारी कौन लेगा ?? कर्मचारियों के भविष्य को भी सुरक्षित किया जाए। इन सब मांगों को लेकर संगठन 10 सितंबर से लेकर 20 सितंबर तक प्रदेश में नया यात्रा करेगा।